जगदलपुर – कबीर पंथ अनुयायियों के धर्मस्थल दामाखेड़ा जिला बलौदाबाजार (छ.ग.) में कबीर पंथ के वंशाचार्य हुजुर उदितनाम साहेब पर हमला का जगह-जगह विरोध हो रहा है। जिससे इस पंथ के अनुयायियों में आक्रोश है। इसी मामले को लेकर बस्तर जिले के कबीर पंथ के सैकड़ों अनुयायियों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम जिला बस्तर के डिप्टी कलेक्टर मैडम को ज्ञापन देते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। कबीर पंथ अनुयायियों ने बताया कि कबीर पंथ का इतिहास 600 वर्षों से ज्यादा पुराना है। इसके अनुयायी देश के विभिन्न राज्यों में निवासरत हैं। कबीर पंथ शांति का पंथ है तथा व्यक्ति निर्माण एवं सदभावना, भाईचारा को बढ़ावा देता है। पंथ समाज के लोगों ने बताया कि 31 अक्टूबर को धर्मनगर दामाखेड़ा में जिला बलौदाबाजार में असामाजिक तत्वों ने नवोदित वंशाचार्य हुजुर उदितमुनि नाम नाम साहेब पर
जानलेवा हमला करने की कोशिश की। बताया कि कबीर पंथ हमेशा सत्य,अहिंसा और शांति का पक्षधर रहा है। कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहायक रहते हैं। सद्गुरु कबीर धनिधर्मदास वंशावली मिशन के बस्तर जिला प्रतिनिधि ने अपने वक्तव्य में कहा कि उपरोक्त मामला सोची-समझी साजिश एवं दुर्भावना से किया गया हमला है जो पंथ अनुयायियों के मन मस्तिष्क को विचलित कर रहा है जिससे कबीर पथियों के मन में मानवीय स्वभाव से दुख एवं आक्रोश है। अतः जल्द से जल्द हमलावरों पर कार्रवाई करवाने के लिए आपसे विनम्र अनुरोध है कि छत्तीसगढ़ राज्य के माननीय मुख्यमंत्री जी को हमारी ज्ञापन को प्रेषित कराया जावे। ज्ञापन देने वालों में सद्गुरु कबीर धनिधर्मदास साहब वंशावली मिशन जिला बस्तर के जिला प्रतिनिधि श्याम दीवान, परोपकारी प्रतिनिधि पवनदास बघेल, जिला सलाहकार महंत लक्ष्मीकांत पंत, जिला युवा प्रतिनिधि तुलेशदास, महिला प्रतिनिधि श्रीमती हीरामनी, तहसील प्रतिनिधि गिरधरदास, अनिल बघेल, सुखचंददास, महंत केदारदास, लक्ष्मण दास,सोनाधरदास, ललितदास, महंत बुधमनदास, महंत कपिलदास, अजरदास, रतनदास,रामचरण, फरसूदास सहित काफी संख्या में आमीन माता महिला मंडल, नवयुवक मंडल आदि प्रकोष्ठ के कबीर पंथ अनुयाई मौजूद रहे।