बस्तर जिला मुख्यालय में दिखा भारत बंद का असर
21/08/2024 6:26 PM
Hari singh Thakur
लगभग एक से डेढ़ लाख की संख्या में आदिवासियों ने रैली में लिया हिस्सा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया विरोध सड़क पे उतर कर
बस्तर पुलिस ने भी कोई अप्रिय घटना न घटे इसलिए पूरी व्यवस्था कर रखी थी
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जगदलपुर/ बस्तर सम्भाग मुख्यालय में भारत बंद का बड़ा असर देखने को मिल रहा है,बुधवार को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक बस्तर बंद का अव्हान किया गया है। बस्तर चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने भारत बंद को शाम 5:00 बजे तक बन्द का समर्थन दिया है। बंद को सफल बनाने के लिए बुधवार सुबह से ही ST, SC और OBC वर्ग संगठन एवं समाज के लोग के लोग सड़कों पर निकले और दुकानों को बंद कराते दिख रहे। इसके अलावा वाहनों को भी रोका जा रहा है, बंद के दौरान संभागीय मुख्यालय बस्तर में एक विशाल आक्रोश रैली निकाली गई। सड़क पर थमे वाहनों के पहिए, आपको बता दें कि जगदलपुर से 15 किलोमीटर दूर ग्राम केशलूर चौक दो नेशनल हाईवे
NH30और NH63 सड़क से जुड़ा है. नेशनल हाइवे 30 जो ओड़िसा, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना को जोड़ता है, वहीं नेशनल हाइवे 63 महाराष्ट्र को जोड़ता है। केशलूर चौक में बड़ी संख्या में बस्तर के मूल निवासी सुबह से मौजूद थे. कुछ देर जाम की स्थित भी बनी थी इसके बाद चारपहिया निजी वाहन और मोटरसाकिल के अलावा स्वास्थ्य से जुड़ी वाहनों को छोड़ा गया, वहीं सड़क के दोनों तरह बसें और ट्रकों की लंबी कतार लग गई, बस्तर बंद को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को भी नगर में तैनात जगह जगह किया गया है।
सर्व आदिवासी समाज के युवाओं के मुताबिक वे अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं,इसलिए बस्तर बंद किए हैं. भीमराव अंबेडकर के संविधान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके अलावा संविधान संशोधन करने और सुप्रीम कोर्ट अपने आदेश को वापस लेने की मांग भी युवाओं ने की है, बस्तर बंद के दौरान यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि सभी दुकाने बंद हैं. इसलिए घरेलू सामान समेत रोजमर्रा की चीजें नहीं मिलने से लोग परेशान थे।