देवगुड़ी बना स्कूल पाठ शाला अब तक नही बना स्कूल भवन
27/06/2024 9:15 PM
Hari singh Thakur
स्कूली छात्र देवगुड़ी में पढ़ने को मजबूर
भैंसगाँव में अब तक नही बना स्कूल भवन
बस्तर न्यूज — छत्तीसगढ़ सरकार जहाँ एक ओर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कदम उठाते हुए शिक्षा को हर स्तर से उच्च गुणवत्ता लाने का तमाम योजना उपलब्ध करा रही है।
वहीँ जहां पूरा प्रदेश में साला प्रवेश उत्सव बना रहा है । जिसके अंतर्गत प्राथमिक माध्यमिक हाई स्कुल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल से लेकर तमाम शैक्षणिक संस्थाएं अपना अपना दफ्तर खोलकर नए पुराने विद्यार्थियों का आत्मीयता के साथ स्वागत अभिनन्दन पुष्पहार से अभिवादन किया। और कई स्कूलों पर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों के द्वारा नेवता भोज एवं साला प्रवेश उत्सव का कार्यक्रम भी आयोजन किया गया। कूल मिलाकर बड़ा ही हर्ष और उत्साह के साथ इस कार्यक्रम को मनाया गया।
इसके साथ जहां पर स्कुली विद्यार्थियों ने बेहद खुशी जाहिर करते हुए । आधे से अधिक विद्यार्थी नूतन कापी -पुस्तक एवं छतरी अपनी हस्त में लेकर वर्षात की आनंद ले रहे थे।वहीं आपको बता दूं बस्तर जिला अंतर्गत बस्तर विकासखंड के ग्राम पंचायत भैंसगांव पुल के समीपस्थ प्राथमिक शाला की स्थिति तमाम पाठ शालाओं से ज्यादा खराब दिखाई दे रहा था। जहां के स्कूल भवन के अभाव में स्कूली छात्र छात्राओं को गांव की देवगुड़ी में अपना भविष्य गढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ हैं। यह मसला लगभग 3 वर्ष पूर्व से चल रही है। जहां शिक्षा विभाग की अनदेखी और मनमानी व निर्माण कार्य एजेंसी के सीधा- सीधा लापरवाही लग रहा है. ।
वहीँ बस्तर कलेक्टर के द्वारा निरसन्तर बैठक आयोजित कर पालक -बालक संपर्क एवं बच्चों के अधिक उपस्थित के साथ शिक्षा की उच्चगुणवत्ता में बेहतर सुधार के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।और खंड शिक्षा अंतर्गत बीईओ बी .आर .सी संकुल समन्वयक एवं साला प्रमुख के तमाम अधिकारी कर्मचारियों को हिदायत देते हुए कहा गया। कि भैंसगांव पंचायत की स्कूल को बहुत जल्दी निर्माण कर दिया जाय। लेकिन आज पर्यन्त से 3 साल पूरे हो चुके हैं । फिर भी प्राथमिक शाला के छात्र छात्राओं को ग्राम देवगुड़ी में भविष्य गढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ हैं। इसके बारे में जानकारी विकासखंड स्तर से लेकर जिले स्तर के तमाम अफसर को है। फिर भी कोई बच्चों के भविष्य को लेकर उतना चिंतित नजर नहीं आ रहा है ।जितना आना चाहिए। अब सवाल यह खड़ा होता है। की जहां बच्चों की सुविधा को दुगना तीगुना करने के लिए सरकार एक से बढ़कर एक पहल कर रही है । तो वहीं पंचायत सचिव व कार्य एजेंसी की उदासीनता से चलते आज लगभग 4 वर्ष पूर्ण होने के कगार पर है। फिर भी बिल्डिंग नहीं बनी ऐसे में तीन अधिकारियों की दौरा 30 दिशा में हो रही है । और क्या ऐसे निर्माण करने के वाले के ऊपर कार्रवाई होना लाजमी है। यह देखने वाली बात यह होगी कि आगामी बारिश में सरकार कितनी गंभीरता के साथ उसे स्कूल को बच्चों के हाथ सौंप दे किंतु बस्तर में कितनी और अनियमितता शिक्षा मंदिर के साथ हो रही है । यह सर्वाधिक स्पष्ट हो रहा है