बस्तर कि डोकरा कला बनी एनएमडीसी स्टील (एनएसएल)( logo) की शान
5 months ago
26/05/2024 12:40 AM
Hari singh Thakur
बस्तर न्यूज /नगरनार के (logo) किसी संगठन की पहचान स्वरूप से कहीं अधिक होता है – यह उसकी आकांक्षाओं का प्रतीक बन उन मूल्यों को दर्शाता है जिन्हें संगठन संजोता है। एनएमडीसी से अलग होने के बाद एनएमडीसी स्टील लिमिटेड (एनएसएल) के लिए एक अलग लोगो की आवश्कता उभर कर सामने आयी थी। एनएसएल के सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताव मुखर्जी ने 22 मई 2024 को नगरनार स्टील प्लांट में एनएसएल के निदेशक (तकनीकी) विनय कुमार, एनएसएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी बी विश्वनाथ, एनएसएल के कार्यकारी निदेशक एवं नगरनार स्टील प्लांट के मुखिया के प्रवीण कुमार, और एनएसएल के वरिष्ठ अधिकारीयों और यूनियन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में एनएमडीसी स्टील लिमिटेड के लोगो का अनावरण किया।
इस अवसर पर मुखर्जी ने कहा, “एनएसएल का लोगो यह दर्शाता है। की हम कौन हैं। छत्तीसगढ़ की डोकरा कला को खूबसूरती से लोगो में शामिल करना इस बात का प्रमाण है ।की मूलरूप से हमारी पहचान बस्तरिया (छत्तीसगढ़ में बस्तर क्षेत्र के) है और यह हमारी समृद्धता को उजागर करता है क्योंकि यह हमारे गौरव का प्रतिक है। यह हमारी सांस्कृतिक विरासत है जिससे हम स्थानीय समुदाय के साथ मजबूत संबंध साझा करते हैं। प्रकृति, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और स्थिरता यह सभी एनएसएल स्टील के धागे से सहज रूप से लोगो में जुड़े नज़र आते हैं।”
उन्होंने इस लोगो को उच्च गुणवत्ता वाले टिकाऊ हॉट रोल्ड कोइल के ज़रिये इस्पात उद्योग के भविष्य को बनाने के एनएसएल के मिशन का एक जीवंत प्रतिनिधित्व बताया और कहा कि “यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है, जो भारत के बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है।“